रामनवमी के बाद क्यों सुलगा पश्चिम बंगाल जानिए, अब तक क्या हुआ
रामनवमी के बाद क्यों सुलगा पश्चिम बंगाल जानिए, अब तक क्या हुआ
मंगलवार को आईपीएस असोसिएशन ने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल में सोमवार को जारी हिंसा में आसनसोल-दुर्गापुर डीसीपी और आईपीएस अधिकारी आरिंदम दत्ता चौधरी प्रदर्शनकारियों द्वारा फेंके गए बम की वजह से गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना में आरिंदम ने अपना एक हाथ भी गंवा दिया।
It pains to see this and brings to fore perils and tough situations that police face.
Asansol-Durgapur DCP & IPS officer Arindam Dutta Chowdhury was severely injured & lost his hand in abhorring violence on Monday. We pray for his speedy recovery and full restoration of hand. pic.twitter.com/xuRZCdz1cI
— IPS Association (@IPS_Association) March 27, 2018
हिंसाग्रस्त इलाकों में मंगलवार को भी तनाव का माहौल देखने को मिला। बता दें कि राज्य सरकार और खुद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह साफ कर चुकी थीं कि रैलियों में किसी तरह का हथियार नहीं लाया जाएगा। साथ ही रैलियों को शाम 4 बजे के बाद की अनुमति दी गई थी। इससे पहले पिछले साल भी पुरुलिया और बर्धमान जिले में हुए विवाद के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ किया था कि रामनवमी के नाम पर किसी भी तरह की गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रामनवमी के बाद क्यों सुलगा पश्चिम बंगाल जानिए, अब तक क्या हुआ
इन तमाम निर्देशों के बावजूद रविवार सुबह पुरुलिया में बजरंग दल के सदस्यों ने तलवार लहराते हुए रैली निकाली। रैली में बजरंग दल के सदस्य हाथ में तलवार लेकर जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। यह भी कहा जा रहा है कि प्रशासन की तरफ से रैली की अनुमति नहीं दी गई थी। विवाद सिर्फ एक ओर से नहीं है। सिलीगुड़ी में राम मंदिर महोत्सव समिति ने तलवारों के साथ रैली निकाली। इससे पहले शनिवार रात को बर्धमान जिले में बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से लगाए गए रामनवमी के पंडाल में कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया था। इसमें चार लोग घायल हो गए थे। इलाज के दौरान एक शख्स की मौत हो गई। इस वारदात के पीछे बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हाथ बताया। हालांकि, पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश के बावजूद बीजेपी प्रदेश प्रभारी दिलीप घोष ने कहा था कि रैलियों में पारंपरिक हिंदू हथियार भी होंगे लेकिन उसकी लोकेशन और संख्या नहीं बताई थी। उन्होंने कहा था कि रैलियों दोनों ही तरह से हथियारों के साथ और बिना हथियारों के भी। यह पार्टी का स्थानीय नेतृत्व और संगठन तय करेंगे। अगर प्रशासन जबरन रैलियों को रोकने का प्रयास करेगा तो झड़प होने के आसार हैं।
Ram Mandir Mahotsav Samiti took out a procession on the occasion of #RamNavami where people were seen brandishing swords, in West Bengal's Siliguri pic.twitter.com/UZudBIo0Hn
— ANI (@ANI) March 25, 2018
रामनवमी के बाद क्यों सुलगा पश्चिम बंगाल जानिए, अब तक क्या हुआ
सार्वजनिक तौर पर हथियार ले जाने की रोक का उल्लंघन करते हुए रामनवमी पर कई हथियारबंद रैलियां संघ से जुड़े संगठनों ने राज्य के विभिन्न भागों में निकाली थीं। इनमें वीरभूम, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा व कोलकाता के कुछ स्थान शामिल हैं। इन जगहों पर पुरुष, महिलाओं व बच्चों तक ने भगवा झंडे लहराते हुए धारदार हथियारों जैसे तलवार, चाकुओं के साथ रैली निकाली। पुरुलिया जिले में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों में हुई झड़प के बाद एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई और पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। यहां हजारों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता तलवारों के साथ जश्न मनाने के लिए निकले थे।
#BREAKING War for ‘Ram’: Mamata’s scathing attack on BJP, RSS | BJP Vs TMC over Ram in Bengal | Mamata’s fiercest attack: Despite ban, BJP brandished weapons in rally, Mamata slams BJP’s ‘Shastra Yatra’, ‘have you seen Ram with gun’ pic.twitter.com/wXIsW9GiYc
— TIMES NOW (@TimesNow) March 26, 2018
रामनवमी के बाद क्यों सुलगा पश्चिम बंगाल जानिए, अब तक क्या हुआ
रामनवमी जुलूस के बाद राज्य का माहौल खराब होने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘क्या राम रावण से तलवार से लड़े थे? मायने नहीं रखता कि हिंसा का शिकार हिंदू हो रहा है या मुसलमान। पीड़ित मेरे लिए केवल इंसान है। इन लोगों को दूसरे समुदाय के इलाके में घुसकर तलवार लहराकर डर पैदा करने का कोई अधिकार नहीं है। ये राम की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं। राज्य के डीजीपी सुरजीत पुरकायस्थ ने सीएम ममता बनर्जी को सूचना दी कि विडियो क्लिप्स और अन्य सबूतों के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि खतरनाक हथियारों के साथ रैली निकालने वाले लोग कौन थे। आर्म्स ऐक्ट के तहत उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ममता बनर्जी ने दक्षिण 24 परगना की जिला स्तरीय प्रशासनिक बैठक में कहा,‘यदि पुलिस का कोई सदस्य किसी भी तरह से इस मुद्दे को नजरअंदाज करता है, तो मैं उसके खिलाफ कार्रवाई करूंगी। लोग बीते कल (रविवार) की कुछ रैलियों को देखकर डरे हुए हैं। यह बंगाल की संस्कृति नहीं है। मैं एक स्पष्ट संदेश दे रही हूं कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वे धर्म के नाम पर व्यापार कर रहे हैं और धर्म को बदनाम कर रहे हैं। इस मुद्दे को भविष्य के लिए नहीं छोड़ा जा सकता है। इसके साथ दृढ़ता से निपटना है।
टीचर भी बन चुकी है पूनम पांडेय बोल्ड एक्ट्रेस, इसकी हॉटनेस से घबरा गया था गूगल
वायरल VIDEO देखिये तौलिए में डांस कर रही थी ये एक्ट्रेस, फिर हुआ कुछ ऐसा
दीपिका कक्कड़ और शोएब इब्राहिम ने मुंबई में दिया शादी का ग्रैंड रिसेप्शन
दीपिका पादुकोण में 3 अभिनेत्रियों की झलक दिखाई देती है संजय लीला भंसाली
ताजातरीन खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें
हिन्दी खबरों से जुड़े अपडेट और व्यूज लगातार हासिल करने के लिए हमारे साथ फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल के साथ गूगल प्लस पर जुड़ें और डाउनलोड करें Google Play Store सें ⇒⇒⇒ MdssHindiNews (App)